बैंकॉक में गगनचुंबी इमारत का गिरना: भ्रष्टाचार, लापरवाही और लागत में कटौती पर उठे सवाल

थाई अधिकारियों ने चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर बैंकॉक में गिरी 30-मंजिला इमारत के मलबे से संवेदनशील दस्तावेज हटाने की कोशिश कर रहे थे। यह इमारत म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के झटकों के कारण ढह गई थी, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिर्फ प्राकृतिक आपदा नहीं थी, बल्कि इसमें भ्रष्टाचार, लापरवाही और निर्माण में हुई अनियमितताओं का भी बड़ा हाथ हो सकता है।
निर्माण में अनियमितताएं और भ्रष्टाचार की आशंका
बैंकॉक में जिस 30-मंजिला सरकारी टॉवर का निर्माण चल रहा था, वह तीन साल से बन रहा था और 2026 में पूरा होने वाला था। यह परियोजना इटालियन-थाई डेवलपमेंट पीएलसी और चाइना रेलवे नंबर 10 (थाईलैंड) लिमिटेड के बीच संयुक्त उपक्रम थी। रिपोर्ट के अनुसार, निर्माण कार्य में देरी, श्रमिकों की कमी और संभावित लागत में कटौती जैसी समस्याएं पहले ही उजागर हो चुकी थीं। जनवरी में, थाई लेखा परीक्षा कार्यालय (SAO) ने परियोजना को रद्द करने की धमकी दी थी क्योंकि केवल 30% कार्य ही पूरा हुआ था।
संवेदनशील दस्तावेज हटाने की कोशिश
जांच तेज होने के साथ ही थाई पुलिस ने चार चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया, जो कथित रूप से गिरे हुए सरकारी भवन से 30 से अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेज हटाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस मेजर जनरल नोपासिन पूलस्वाट ने बताया कि बरामद 32 फाइलों में ब्लूप्रिंट और अन्य निर्माण से संबंधित दस्तावेज शामिल थे।
गिरने की असली वजह: निर्माण की खामियां?
इंजीनियरिंग विशेषज्ञों का कहना है कि बैंकॉक में अन्य ऊंची इमारतें इस भूकंप में सुरक्षित रहीं, लेकिन यह टॉवर एक झटके में गिर गया। प्रो. सुचाचावेई सुवांसवास, एक सिविल इंजीनियर, ने कहा, “या तो डिजाइन में गलती थी या निर्माण में गड़बड़ी हुई, लेकिन अभी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।”
घटिया निर्माण सामग्री और वित्तीय संकट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस परियोजना में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया हो सकता है। थाई उद्योग मंत्री अकानत प्रोम्फन ने कहा कि इस स्थल से लिए गए सामग्रियों की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि चीन से आयातित पुरानी मशीनों का इस्तेमाल करने वाली कई फैक्ट्रियां खराब गुणवत्ता वाला स्टील बना रही हैं, जिसके कारण हाल ही में सात फैक्ट्रियों पर छापे मारकर 360 मिलियन बाहट ($10 मिलियन) के मूल्य की संपत्ति जब्त की गई थी।
इसके अलावा, वित्तीय रिपोर्टों से पता चलता है कि चाइना रेलवे नंबर 10 (थाईलैंड) लिमिटेड को 2023 में 199.66 मिलियन बाहट का शुद्ध घाटा हुआ, जबकि इसने 206.25 मिलियन बाहट का राजस्व कमाया था। कंपनी का वित्तीय दबाव लागत में कटौती का कारण बन सकता है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है।
जनता का आक्रोश और आर्थिक असर
इमारत के गिरने के बाद जनता में भारी आक्रोश फैल गया है। प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा ने सभी एजेंसियों को विस्तृत जांच करने का आदेश दिया है। इस बीच, चीन के थाईलैंड में राजदूत हान झिनकियांग ने जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
इस हादसे का आर्थिक प्रभाव भी देखा जा रहा है। इटालियन-थाई डेवलपमेंट पीएलसी के शेयर सोमवार को 30% तक गिर गए, जबकि थाई स्टॉक मार्केट का बेंचमार्क इंडेक्स केवल 1% गिरा। विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना से चीनी कंपनियों की भागीदारी वाले बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं में निवेशकों का भरोसा डगमगा सकता है।
बचाव अभियान जारी
इस त्रासदी में अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 76 लोग अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका है। थाई इंजीनियर्स काउंसिल के बोर्ड सदस्य एनेक सिरिपानिचगॉर्न ने कहा, “यह केवल प्राकृतिक आपदा नहीं थी, बल्कि गंभीर संरचनात्मक विफलता का परिणाम था।”
सरकार और जनता अब जवाब मांग रही है कि क्या यह आपदा पहले से टाली जा सकती थी?